पिछले कुछ सालों में मीडिया की आज़ादी को जितनी बहस हुई है उतनी पहले कभी नहीं हुई। मीडिया ने इन सालों में अपनी आज़ादी से अगर समझौता किया तो उसके पीछे बहुत बार सरकारों या राजनीतिक दलों का दवाब था। तो कभी पैसे का प्रलोभन या दोनों का ही मिल-जुला असर। इस ...
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